खयालो को हकीकत में बदलने की चाहत हैं,
राही को मंजिल तक पहचाने की चाहत हैं,
कांटो को फूलो में बदलने की चाहत हैं ,
वक़त को अपने काबू में करने की चाहत हैं,
जो कह दिया उसे कर दिखाने की चाहत हैं!
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Maya Manzil
maya.manjil@gmail.com
राही को मंजिल तक पहचाने की चाहत हैं,
कांटो को फूलो में बदलने की चाहत हैं ,
वक़त को अपने काबू में करने की चाहत हैं,
जो कह दिया उसे कर दिखाने की चाहत हैं!
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