अ राही तुमसे कभी मैंने वक़त ना माँगा,
लकिन उस वक़त ने हमेशा मेरा साथ माँगा,
तुझसे जुडी याद को कभी मैंने ना माँगा,
लकिन तेरी यादो ने हमेशा मेरा साथ माँगा,
तेरे दोस्तों का महफिल में कभी आना ना माँगा,
लकिन तेरे दोस्तों ने महफिल में मेरा साथ माँगा,
बीती यादो को दोहराना कभी मैंने ना माँगा,
लकिन राही तुने उसमे भी हमेशा मेरा साथ माँगा!
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Maya Manzil
maya.manjil@gmail.com
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Maya Manzil
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